
आज मुनिद्वय के सान्निध्य में होगा सिद्ध क्षेत्र में मेला महोत्सव पर भगवान बाहुबली का महामस्तकाभिषेक,
होली पर आयोजित आध्यात्मिक रंगों के वार्षिक मेले में मुनि सुखसागर जी की आगवानी की मुनी पूज्यसागर जी ने,
खंडवा। होली के अवसर पर प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी भी आध्यात्मिक रंगों के वार्षिक मेले में खंडवा जिले के सिद्ध क्षेत्र सिद्धवरकूट मैं दो दिवसीय मेले का आयोजन चल रहा है, वार्षिक मेला महोत्सव के दौरान गुरुवार को प्रातःकाल मुनिश्री सुखसागर जी महाराज मेला महोत्सव में पहुँचे। अंतर्मुखी मुनिश्री पूज्य सागर जी महाराज वर्किंग ट्रस्टी मेला संयोजक बाबूलाल जैन, अरुण पहाडिया, अमरीश चौधरी आदि ने आगवानी कर पाद प्रक्षालन कर मुनि द्वय का आशीर्वाद प्राप्त किया, मीडिया प्रभारी सुनील जैन प्रचार संयोजक राजेन्द्र जैन महावीर ने बताया कि 13 मार्च को प्रातः मुनि द्वय के सान्निध्य में मूलनायक श्री सम्भवनाथ जी की मण्डल विधान की पूजा की गई। मुनि श्री के मुखारविंद से शांतिधारा भी हुई, विधान पुण्यार्जक सीए जीवनलाल जैन परिवार गोयल नगर इंदौर ने सपरिवार इन्द्र बनकर पूजा की। संगीतकार कमल जैन एण्ड पार्टी बड़वाह ने भक्तिमय पूजन विधि विधान से सम्पन्न कराये। भोजन व्यवस्था पुण्यार्जक मुनि श्री
108 चन्द्रसागर जी महाराज की स्मृति में अरुण अखिलेश पहाड़िया इंदौर द्वारा की गई।
आज 14 मार्च को सनावद बड़वाह से निःशुल्क बस सुविधा,
तीर्थ क्षेत्र के सदस्य सुनील जैन प्रेमांशु चौधरी ने बताया कि14 मार्च को सनावद अमर ज्योति बस सर्विस सुरेश जैन व बड़वाह जैन बस सर्विस बाबूलाल जैन की ओर से निःशुल्क बस सुविधा तीर्थ क्षेत्र के लिए उपलबध कराई गई है।
क्षेत्र कमेटी अध्यक्ष अमित कासलीवाल ने बताया कि सामाजिक बंधुओ और श्रद्धालुओं के सहयोग से लगातार प्राचीन तीर्थ क्षेत्र में विकास कार्य किए जा रहे हैं, तीर्थ क्षेत्र नवीन परिवेश में लगातार प्रगति की ओर अग्रसर है 14 मार्च को जीर्णोद्वारित कमरों का लोकार्पण व क्षेत्र के परिक्रमा पथ का भूमि पूजन किया जाएगा,
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तीर्थ क्षेत्र में विराजमान मुनि श्री पूज्य सागरजी महाराज ने अपने मंगल प्रवचन में कहा कि सिद्धवरकूट रेवा तट पर अनेक तीर्थ स्थित है, यहाँ का शांत वातावरण, प्रकृति की कृपा इसे आध्यात्मिक उन्नत तीर्थ बनाती हैं,यहाँ आने वाले तीर्थ यात्री यहाँ का अतिशय महसूस करते है मुनि श्री सुखसागर जी ने कहा कि तीर्थ यानि की जहाँ से तरा जाए, यहाँ आकर संसार से पार उतरा जा सकता है। मेला संयोजक बाबूलाल जैन बड़वाह, महामंत्री विजय काला ने बताया कि 14 मार्च को विमानोत्सव, घट्यात्रा के साथ तीर्थ क्षेत्र में विराजमान भगवान बाहुबली का महामस्तकाभिषेक होगा एवं सभी मंदिरों पर ध्वजारोहण किया जाएगा। क्षेत्र पर पधारे समागत अतिथियों की भोजन यवस्था स्व सहयोग से निःशुल्क रखी गई है।